Bihar Land Survey: बिहार राज्य में जमीन सर्वे की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। फिलहाल पंचायत में ग्राम सभा के माध्यम से जमीन सर्वे से जुड़ी सभी जानकारी दी जा रही है। जमीन सर्वे के लिए हर जिले में अलग-अलग टाइम टेबल बनाए गए हैं। इस प्रक्रिया के बाद किश्तवाड़ का काम शुरू किया जाएगा जो जमीन का एक अच्छा नक्शा बनाने में मदद करेगा।
बिहार सरकार द्वारा चलाई गई यह प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। अमीनो को बिहार सरकार उनके पद स्थापित जिले में प्रशिक्षण देने में लग चुकी है जबकि कानूनगो को गया प्रशिक्षण में और कैंप इंचार्ज को पटना में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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बिहार के सीएम नीतीश जी द्वारा जुलाई 2025 तक इस काम को पूरा करने का निर्देश जारी किया है। इसके बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने में लग चुकी हैं। इस प्रक्रिया को लेकर हाल ही में विभाग ने 9881 अमीनो और कानूनगो समेत अन्य पदों पर नियुक्ति की है। इन्हें 3 जुलाई को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं अब इन सभी की ट्रेनिंग अंतिम चरण में है जो जल्द ही समाप्त हो जाएगी।
आखिर लोगो को क्या फ़ायदा होगा
•इस सर्वे के द्वारा जमीन की सही मापी हो सकेगी और मालिकों के अभिलेखों का सत्यापन भी हो जाएगा जिसके चलते जो भूमि विवाद उत्पन्न होते हैं वह समाप्त हो जाएंगे।
• इस सर्वे के खत्म होने के बाद सभी अभिलेखों का निजीकरण हो जाएगा डिजिटल दस्तावेजों में शोषण करना काफी आसान हो जाता है जिसके चलते काम काफी आसान तरीके से निपट जाएगा।
• भूमि अधिकरण की प्रक्रिया में स्पष्टता देखने को मिलेगी।
• जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज अपडेट हो जाएंगे जिसके चलते खरीदी और बिक्री काफी आसान हो जाएगी।
• सही आंकड़े उपलब्ध होने के चलते किसानों को कृषि सिंचाई एवं अन्य योजनाओं का लाभ सही प्रकार से हो जाएगा।